इन खिलाड़ियों को BCCI से पंगा लेना पड़ा भारी, चंद महीनों में ही बर्बाद कर दिया इनका पूरा करियर..

भारतीय क्रिकेट टीम में सेलेक्ट होना जितना मुश्किल है, टीम इंडिया में खुद को टिकाए रखना भी उतना ही मुश्किल है, क्योंकि टीम के बाहर कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपने विस्फोटक प्रदर्शन के दम पर कड़ी टक्कर देते हैं. कुछ क्रिकेटर सिर्फ खराब टाइमिंग का शिकार होते हैं। ऐसा ही कुछ टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों के साथ हुआ है। भारतीय टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका करियर खराब समय या टीम चयनकर्ताओं की लगातार उपेक्षा से बर्बाद हो गया है।
2018 में आईपीएल के जरिए भारतीय टीम में अहम जगह बनाने वाले अंबाती रायुडू एक अनुभवी बल्लेबाज थे और उन्हें भारतीय टीम का बेहद अहम हिस्सा माना जाता था। इसके बाद वह अपने अच्छे प्रदर्शन के दम पर वनडे टीम का नियमित हिस्सा बन गए। लेकिन, जब 2019 विश्व कप के लिए टीम इंडिया की घोषणा की गई, तो उसमें रायुडू का नाम नहीं था, जो सभी को हैरान कर देने वाला था। क्योंकि कुछ समय पहले टीम प्रबंधन ने उन्हें नंबर-4 का सही विकल्प बताया था।
आईसीसी विश्व कप 2019 के दौरान अंबाती रायुडू की जगह विजय शंकर को टीम इंडिया में शामिल किया गया था, मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा कि विजय शंकर टीम को 3डी विकल्प (बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण) देंगे। इस बयान के बाद अंबाती रायुडू ने चयन समिति का मजाक उड़ाते हुए लिखा, ”मैंने वर्ल्ड कप देखने के लिए 3डी चश्मा मांगा है.” इसके बाद रायुडू ने अंतरराष्ट्रीय करियर से संन्यास की भी घोषणा कर दी.
मुरली विजय : 2018 में जब टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया तो मुरली विजय का प्रदर्शन फ्लॉप रहा. इस दौरे पर मुरली विजय को तुरंत टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया और मयंक अग्रवाल को मौका मिल गया। मुरली विजय ने अपना आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। मयंक अग्रवाल और फिर रोहित शर्मा ने टीम से अपने पत्ते काट लिए हैं। इसके बाद मुरली विजय ने चयनकर्ताओं के चयन पर सवाल खड़े किए। मुरली विजय ने कहा था, ‘कम से कम मुझे बताना चाहिए कि मुझे क्यों ड्रॉप किया गया।’ इस बयान ने मुरली विजय पर भारी असर डाला और उन्हें फिर कभी भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला। यह खिलाड़ी विराट कोहली के लिए मैच विनर रहा।