पूर्व भारतीय ऑलराउंडर चुने गए BCCI अध्यक्ष, सौरव गांगुली को मिला डच्चू

पूर्व भारतीय ऑलराउंडर चुने गए BCCI अध्यक्ष, सौरव गांगुली को मिला डच्चू

कुछ दिनों से बीसीसीआई के नए अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर जोरदार चर्चा हुई थी। हालांकि, बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) ने फैसला किया है कि स्वतंत्र अध्यक्ष के रूप में सौरव गांगुली की जगह कौन लेगा। दरअसल पिछले कई दिनों से एक नाम चर्चा में था। वो नाम है पूर्व भारतीय ऑलराउंडर रोजर बिन्नी का। रोजर बिन्नी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का नया अध्यक्ष चुना गया है।

सौरव गांगुली को अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था। रोजर बिन्नी बीसीसीआई के 36वें अध्यक्ष हैं। वहीं, अब सौरव गांगुली की जगह रोजर का पद संभालते नजर आएंगे। रोजर बिन्नी इस पोजीशन के लिए सबसे आगे चल रहे थे। उसके बाद बीसीसीआई ने उनके नाम पर मुहर लगा दी है। गांगुली को 2019 में बीसीसीआई अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली थी।

हालांकि गांगुली को कोर्ट के ताजा आदेश के बाद अगले तीन साल के लिए फिर से अध्यक्ष चुना जा सकता है। लेकिन, उन्होंने आईसीसी के अध्यक्ष बनने की इच्छा जाहिर की थी। इस मामले में वे कितनी सच्चाई खुद बयां कर सकते हैं। लेकिन एक बात तय थी कि अगर बीसीसीआई का सहयोग मिलता तो गांगुली अपना कार्यकाल जारी रख पाते।

सौरव गांगुली की जगह लेंगे रोजर बिन्नी बीसीसीआई अध्यक्ष

रोजर भारत के पहले एंग्लो-इंडियन क्रिकेटर हैं। संविधान के अनुच्छेद 366 (2) के तहत, एक एंग्लो इंडियन वह व्यक्ति है जो भारत में रहता है और जिसका पिता या कोई पुरुष पूर्वज यूरोपीय मूल का है। इसके बावजूद रोजर बिन्नी को बीसीसीआई का नया अध्यक्ष चुना गया है। रोजर बिन्नी के बारे में कम ही लोग जानते हैं कि वह 1983 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के अहम सदस्य थे।

उस वर्ल्ड कप में उनका योगदान काफी अहम था। उन्होंने इस टूर्नामेंट में शानदार गेंदबाजी करते हुए कपिल देव को विश्व कप चैंपियन बना दिया क्योंकि वह 1983 के विश्व कप में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। इसके अलावा वह 2000 में भारतीय अंडर-19 टीम के कोच भी रहे। फिर उनकी देखरेख में भारतीय टीम ने मोहम्मद कैफ के नेतृत्व में अंडर-19 विश्व कप जीता।

भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी रोजर बिन्नी एक ऑलराउंडर के रूप में अद्भुत काम करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 1983 में 8 मैचों में कुल 18 विकेट लिए थे। वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। उनके क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने 1979 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की और रोजर बिन्नी का करियर 1979 से 1987 तक चला।

उन्होंने अपना पहला टेस्ट पाकिस्तान के खिलाफ बैंगलोर में खेला था। बिन्नी को 1980 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे डेब्यू करने का मौका मिला। इस बीच उन्होंने भारत के लिए 27 टेस्ट में 47 और 72 वनडे में 77 विकेट लिए। इसके अलावा उनकी बल्लेबाजी पर नजर डालें तो उन्होंने टेस्ट में 830 और वनडे में 629 रन बनाए हैं।

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