टीवी और मोबाइल न होने की वजह से पिता नहीं देख सके बेटे का ड्रीम डेब्यू, कुलदीप सेन ने पहले ही मैच में झटके 2 विकेट

भारत और बांग्लादेश के बीच ढाका में खेले गए पहले एकदिवसीय मैच में भारतीय टीम की ओर से कुलदीप सेन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने का मौका मिला। कुलदीप सेन, भारत की ओर अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच खेलने वाले 250वें खिलाड़ी बने। उन्होंने मैच में 37 रन देकर 2 विकेट हासिल किए। कुलदीप का एक छोटे से शहर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तक का सफर काफी संघर्षपूर्ण और रोचक रहा।
कुलदीप के पिता चलाते हैं सैलून
कुलदीप सेन, मध्यप्रदेश के रीवा के रहने वाले हैं। कुलदीप एक मिडिल क्लास परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता रीवा में एक सैलून चलाते हैं। उनकी कमाई सिर्फ उतनी होती है जितने में उनका घर चल सके। कुलदीप सेन ने काफी कम उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। उनका सपना था कि वह एक दिन भारतीय टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जरूर खेले।
कुलदीप सेन ने साल 2018 में एमपी के लिए रणजी ट्रॉफी में शानदार शुरुआत की थी और 8 मैचों में 25 विकेट लिए थे। इसके बाद, आईपीएल कांट्रैक्ट हासिल करने में उन्हें घरेलू क्रिकेट के चार और साल लग गए। 2022 में कुलदीप सेन को राजस्थान रॉयल्स ने 20 लाख रुपये में खरीदा था। उन्होंने राजस्थान के लिए 7 मैचों में 8 विकेट लेकर सभी को खासा प्रभावित किया।
पिता नहीं देख पाए लाइव मैच
कुलदीप सेन ने आईपीएल के बाद रणजी में एक बार फिर दमदार प्रदर्शन किया और फिर हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी में भी 6 मैचों में 18 विकेट हासिल किए। उनके इस प्रदर्शन के कारण ही उन्हें भारतीय टीम में जगह मिली। उन्होंने पहले वनडे मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
हालांकि उनके डेब्यू मैच को उनके पिता लाइव नहीं देख पाए। क्योंकि उनके पास न ही मोबाइल और न ही उनके पास टीवी थी। कुलदीप सेन के पिता ने बताया कि उन्हें इलेक्ट्रिक और प्रिंट मीडिया के द्वारा पता चला कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण कर लिया। बहरहाल अब देखने वाली बात होगी कि कुलदीप को दूसरे मैच में मौका मिलता है या नहीं।