विराट कोहली की वजह से खत्म हो रहा इन तीन खिलाड़ियों का करियर, एक आईपीएल टीम का कप्तान भी शामिल

इस बात में कोई दोहराई नहीं है कि विराट कोहली भारत के एक दिग्गज खिलाडी है। उन्होंने भारत को कई सारे मैच जितवाए है। विराट कोहली दुनिया के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक है। लेकिन देखा जाए तो विराट कोहली की वजह से कई भारतीय युवा खिलाडी ऐसे है, जिनका करियर खराब हो रहा है।
बता दें कि विराट कोहली दुनिया के सबसे सफल बल्लेबाज में से एक है। विराट कोहली ने अब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मेंम 24000 से अधिक रन बनाए है। उनके नाम पर 71 शतक वहीं 124 अर्धशतक शामिल है। कोहली ने भारत को कई मुश्किल मैच जिताए है, इस वजह दर्शकों के पसंदीदा खिलाडी है।
विराट कोहली एक सफल बल्लेबाज के साथ साथ एक बेहतर कप्तान भी रह चूके है। वह भारत के लिए तीसरे नंबर के नियमित बल्लेबाज है। ऐसे में कई भारतीय युवा खिलाडी है, जिन्हें विराट कोहली की वजह से खेलने का मौका नहीं मिल रहा। तो आइए हम आप को तीन ऐसे खिलाडी के बारे में बताते है।
1. संजू सैमसन
बता दें कि संजू सैमसन इस लिस्ट में पहले नंबर है। सैमसन मध्यक्रम के बल्लेबाज है। सैमसन ने अपना पहला टी20 जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था। उन्होंने अब तक केवल 7 वनडे वहीं 16 टी20 मैच खेले है।
संजू सैमसन ने वनडे में 44.0 की औसत से 176 रन बनाए है। वहीं टी20 में 21.14 की औसत से 296 रन बनाए है। संजू सैमसन अधिकतक तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते है। इसलिए विराट की वजह से उन्हें इंडिया टीम में ज्यादा मौके नहीं मिल पाए है।
2. श्रेयस अय्यर
बता दें कि श्रेयस अय्यर भी मध्यक्रम बल्लेबाज है। उन्हें भी विराट कोहली की वजह से ज्यादा मौके नहीं मिल पाए है। विराट कोहली हमेंशा प्लेइंग इलेवन में शामिल होते है, इस वजह से श्रेयस अय्यर को कई मैचों में मौका नहीं मिल पाता है।
श्रेयस अय्यर टी20 विश्वकप टीम के सदस्य भी नहीं है। उन्हें रिजर्व खिलाडी के तौर पर टीम में रखा गया है। क्योंकि चयनकर्ताओं की पहली पसंद विराट कोहली है।
3. दीपक हुड्डा
इस लिस्ट में दीपक हुड्डा तीसरे नंबर पर शामिल होते है। दीपक हुड्डा भी मध्यक्रम के बल्लेबाज है। जून में आयरलैड के खिलाफ खेले गए टी20 मैच में 57 गेंदो में 104 रन बनाकर शानदार शतक जडा था।
दीपक ने अभी तक 12 टी20 मैच खेले है। जिसमें 41.86 की औसत से 293 रन बनाए है। वर्तमान समय में दीपक हुड्डा टी20 में भारत के नियमित सदस्य है। लेकिन मध्यक्रम में जगह ना होने की वजह से उन्हें हमेंशा प्लेइंग इलेवन के बाहर रखा जाता है।